भारत का पहला solar ऊर्जा प्लेट जो बनायेगा बिना धूप के बिजली मात्र 26 हजार रुपये का | घर बैठे मगाओ
खास बात यह है कि आमतौर पर सौर ऊर्जा संयंत्र दिन में बिजली देते हैं, लेकिन इस संयंत्र में सूर्यास्त के बाद आपूर्ति की समस्या उत्पन्न नहीं होगी, क्योंकि दिन में सूर्य की गर्मी से उत्पादित बिजली को यहां संग्रहित किया जाएगा और रात में जरूरत पड़ने पर यहां से बिजली की आपूर्ति की जा सकेगी।
मध्य प्रदेश केसबसे पहला सोलर पावर स्टोरेजप्लांट लगाए जाएंगे माना जा रहा है कि अगली साल तक इनकाकाम को शुरू कर दिया जाएगा उम्मीद जताई जा रही है कि है प्लांट बनकर तैयार हो जाएगा
यह अपनी तरह का पहला सोलर पावर प्लांट होगा, जहां रात में भी बिजली स्टोर करके सप्लाई की जा सकेगी। मुरैना में करीब तीन हजार हेक्टेयर जमीन पर बनने वाले 600 मेगावाट क्षमता के इस प्लांट की लागत करीब 3500 करोड़ रुपए आएगी।
रात में भी बिजली सप्लाई की जा सकेगी
खास बात यह है कि आमतौर पर सोलर पावर प्लांट दिन में बिजली देते हैं, लेकिन इस प्लांट में सूर्यास्त के बाद सप्लाई की समस्या नहीं आएगी, क्योंकि दिन में सूरज की गर्मी से बनने वाली बिजली यहां स्टोर की जाएगी और रात में जरूरत पड़ने पर यहां से बिजली सप्लाई की जा सकेगी।
इस प्लांट के बनने के बाद कोशिश यह होगी कि एमपी और यूपी 6-6 महीने की अवधि में यहां से बिजली खरीद सकेंगे, ताकि खासकर रबी की फसलों के दौरान रात में बिजली खरीदने की जरूरत न पड़े
इस प्लांट के बनने के बाद कोशिश यह होगी कि एमपी और यूपी 6-6 महीने की अवधि में यहां से बिजली खरीद सकेंगे, जो खास तौर पर रबी की फसलों के दौरान ज्यादा फायदेमंद होगा, जब किसानों को रात में बिजली देनी होती है।
सरकार को सस्ती कीमत पर बिजली मिलेगी
फिलहाल रबी की फसलों के लिए राज्य सरकार जो बिजली खरीदती है, वह अक्सर महंगी दरों पर खरीदी जाती है, लेकिन इस प्लांट से सरकार को 4-5 रुपए प्रति यूनिट की दर से बिजली मिल सकेगी। सौर ऊर्जा उत्पादन में मध्य प्रदेश की गिनती अग्रणी राज्यों में होती है।
दुनिया का सबसे बड़ा रीवा अल्ट्रा मेगा सोलर पावर प्लांट एमपी के रीवा में है, जो 750 मेगावाट बिजली का उत्पादन करता है। इस प्लांट से 76 फीसदी बिजली एमपी की बिजली उत्पादन कंपनियों को दी जाती है, जबकि 24 फीसदी बिजली दिल्ली मेट्रो को दी जाती है।